
अमेरिका ने भारत से आने वाले कई उत्पादों पर 50% तक का अतिरिक्त टैरिफ लगाने का निर्णय लिया है, जिससे लगभग 48 अरब रुपए के निर्यात पर असर पड़ सकता है। यह निर्णय 27 अगस्त से लागू हो रहा है और इसका सबसे अधिक प्रभाव कृषि, ऊर्जा, इलेक्ट्रॉनिक्स और पेट्रोकेमिकल उत्पादों पर देखा जाएगा।

टैरिफ की इस सख्ती से भारत के निर्यातकों को बड़ा झटका लग सकता है क्योंकि अमेरिका भारतीय निर्यात का एक प्रमुख बाजार है। स्टील, एल्युमिनियम, टेक्सटाइल और पेट्रोकेमिकल जैसी वस्तुओं पर अधिक शुल्क लगाए जाने से व्यापार संतुलन बिगड़ने का खतरा है। विश्लेषकों का मानना है कि इससे भारतीय कंपनियों की लागत बढ़ेगी और अमेरिकी बाजार में उनकी प्रतिस्पर्धा कम हो जाएगी।

वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मुद्दे पर संयमित प्रतिक्रिया दी है और कहा है कि भारत अपने हितों की रक्षा के लिए उचित कदम उठाएगा। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि जल्द समाधान नहीं निकला, तो दोनों देशों के बीच व्यापारिक संबंधों पर दीर्घकालिक असर पड़ सकता है।
